भागलपुर : ONLINE कवि-गोष्ठी में अंगिका कवि मचा रहे हैं धूम

भागलपुर। कोरोना संक्रमण को देखते हुए देश-दुनिया के लोगों के बीच कवि-साहित्य को जीवंत रखने के उद्देश्य से मैथिली-भोजपुरी अकादमी दिल्ली के द्वारा विगत एक माह से आॅनलाइन लाइव साहित्य आयोजन सह कवि-गोष्ठी का संचालन लगातार चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में 7 से 13 जुलाई तक अंग महाजनपद के अंगिका साहित्यकारों एवं कवियों को कविता के माध्यम से अपनी बात कहने तथा देश को कुछ संदेश देने का अवसर इस अकादमी के द्वारा दिया गया है। इस मौके को पाकर अंग महाजनपद के कवि साहित्यकारों में खुशी की लहर महज इसलिए देखी जा रही है कि मैथिली-भोजपुरी अकादमी के बैनर तले उन्हें अपनी लोकभाषा अंगिका में काव्य-पाठ कर अपनी बात कहने के लिए प्रत्येक कवि को एक घंटा का मौका मिल रहा है।
उक्त बातों की जानकारी अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच के प्रदेश महासचिव सुधीर कुमार सिंह प्रोग्रामर ने दी। उन्होंने बताया कि दुनिया की अति प्राचीन भाषा अंगिका का इतिहास वृहत गौरवशाली और ऐतिहासिक है। इस अंगिका भाषा की बोली इतनी मीठी है कि इनका स्वाद हर भाषा-भाषी के लोग लेना चाहते हैं। मैथिली भोजपुरी अकादमी के द्वारा लगातार आॅनलाइन साहित्यिक कार्यक्रम साह कवि गोष्ठी की विस्तृत जानकारी देते हुए श्री प्रोग्रामर में बताया कि यह कार्यक्रम प्रत्येक दिन, प्रथम सत्र 11 से 12 और दूसरा सत्र 1:30 बजे से 2:30 बजे तक संचालित होता है। उन्होंने अंग महाजनपद के संवेदनशील श्रोताओं एवं अंगिका प्रेमियों से आग्रह करते हुए इस कार्यक्रम को अवश्य देखने और इसपर अपनी प्रतिक्रिया व अपनी राय प्रकट करने की अपील की और कहा कि मैथिली-भोजपुरी अकादमी की ओर से उपाध्यक्ष-नीरज पाठक, कार्यक्रम संयोजक- डॉक्टर मुन्ना पांडे और पूर्वांचल लोकभाषा के संयोजक मिथिलेश सिंह के निर्देशन में यह कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।

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