बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की बजी डुगडुगी : बढ़ेगी मतदान केंद्रों की संख्या, डीएम से मांगे गए सुझाव

पटना। बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव-2021 की तैयारी शुरू कर दी गई है। अलग-अलग छह तरह के कुल दो लाख 58 हजार पदों पर मार्च से मई तक चुनाव होना है। कोरोना के खतरे के चलते विधानसभा की तरह पंचायत चुनाव में भी मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ेगी। बता दें कि 2016 में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 10 चरणों में सभी 38 जिलों में चुनाव संपन्न हुआ था। इस बार आयोग ने 9 चरणों में अधिकतम कार्यक्रम तय कर प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने रविवार को सभी जिलों के डीएम से विभिन्न बिंदुओं पर सुझाव मांगे हैं। कोरोना की चुनौतियों को देखते हुए आयोग ने जिलों से पूछा है कि कितने चरणों में चुनाव कराना बेहतर होगा, अनुमंडल स्तर पर ईवीएम रखने की व्यवस्था (वेयर हाउस) क्या हो सकती है। सुरक्षित मतदान के लिए कितने केंद्रीय पुलिस बल (सीपीएफ) की जरूरत होगी, जैसे प्रस्ताव मांगे गए हैैं। आयोग के सचिव योगेंद्र पासवान ने सभी जिलाधिकारियों और एसएसपी-एसपी को पत्र लिखकर बूथों की संख्या निर्धारण और ईवीएम वेयर हाउस बनाए जाने पर प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है। वहीं आयोग ने 2021 पंचायत चुनाव के लिए सभी डीएम को जिला निर्वाचन अधिकारी और जिला पंचायत राज अधिकारियों को उप जिला निर्वाचन अधिकारी की जिम्मेदारी दी। इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है।
700 पर एक बूथ
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर पंचायत चुनाव में बूथों का गठन नए मानकों के अनुसार किया जाएगा। पंचायत चुनाव में एक बूथ पर सात सौ से अधिक मतदाता होने पर नए सहायक बूथ बनाने की योजना है। पंचायत चुनाव के लिए फिलवक्त 1.19 लाख बूथ हैं। आगामी चुनाव के पहले आयोग ने बूथों के पुनर्गठन का प्रस्ताव तलब किया है।
किस श्रेणी के कितने पद
जिला परिषद सदस्य के 1161 पद, पंचायत समिति सदस्य के 11497 पद, ग्राम पंचायत मुखिया के 8386 पद, ग्राम कचहरी सरपंच के 8386 पद, ग्राम पंचायत सदस्य के 1.14 लाख पद हैं। ग्राम कचहरी पंच के लगभग 1.14 लाख हैं।

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