फुल फार्म में बिहार पुलिस : हरियाणा से फरार शराब माफिया समेत 2 झारखंड में गिरफ्तार, चौंकाने वाला खुलासा

पटना। बिहार में शराब की सप्लाई का चेन तोड़ने के लिए बिहार सरकार ने पूरी तरह से कमर कस ली है। हाल के दिनों में बिहार पुलिस ने राज्य के बाहर दो बड़ी कार्रवाई कर दो बड़े मगरमच्छ (शराब माफिया) को गिरफ्तार किया था और अब राज्य पुलिस की मद्य निषेद्य इकाई ने झारखंड से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। बिहार पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई से शराब माफियाओं में खलबली मची हुई है। कोडरमा इलाके में छिपकर शराब का सिंडिकेट चला रहे हरियाणा के फरार माफिया सुरमुख सिंह धारीवाल और इस गोरखधंधे में उसका साथ दे रहे नीरज कुमार उर्फ शैन्टी को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के वक्त इनके पास से 2.82 लाख नकद, 9 मोबाइल और एक इनोवा गाड़ी भी बरामद हुई है। पकड़े जाने के बाद टीम इन दोनों को आज ही पटना भी ले आई है। सुरमुख सिंह हरियाणा की अंबाला सिटी के राजा गार्डेन नारायण गढ़ रोड का रहने वाला है और वह पिछले तीन साल से लगातार बिहार में शराब से भरी ट्रकों की खेप भेज रहा था।
हवाला के जरिए रुपयों का लेन-देन
मध्य निषेद्य के आईजी अमृत राज के अनुसार, शुरूआती पूछताछ में इन दोनों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जो भी शराब की खेप इनकी तरफ से बिहार भेजी जाती थी, उसके रुपयों का लेन-देन हवाला के जरिए किया जा रहा था। अब इस प्वाइंट पर जांच चल रही है। मुख्यालय के अनुसार, इन दोनों के बारे में जानकारी तब हासिल हुई, जब मुजफ्फरपुर के पारू में पटना से गई मद्य निषेद्य की टीम ने कुछ दिनों पहले झारखंड से आई शराब की खेप को पकड़ा था। बिहार में पटना, मुजफ्फरपुर, सारण और दरभंगा जिले के थानों में इनके ऊपर कुल 6 एफआईआर दर्ज हैं।
नया सिंडिकेट खड़ा करने में लगा था
मद्य-निषेद्य की टीम ने पंजाब के मोहाली में बीते 13 फरवरी को शराब माफिया पुष्पिंदर सिंह धारीवाल उर्फ हैरी को गिरफ्तार किया था। कोडरमा से गिरफ्तार हुआ सुरमुख सिंह हैरी का पिता है, जो बेटे की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा से फरार हो गया था। जबकि गिरफ्त में आया नीरज हैरी का ही बचपन का दोस्त है। सुरमुख सिंह और नीरज ने झारखंड को अपना नया ठिकाना बनाया था। जमशेदपुर में सरकारी तौर पर नीलाम की जाने वाली गाड़ियों को खरीदने में लगा था। झारखंड के साथ ही वेस्ट बंगाल में एक नया सिंडिकेट खड़ा करने में भी लगा हुआ था। फिर इसी सिंडिकेड के जरिए बिहार में अलग-अलग जिलों में शराब की खेप को ट्रक व दूसरी बड़ी गाड़ियों के जरिए भेजने में लगा हुआ था। वहीं दूसरी ओर बिहार पुलिस की टीम लगातार इन दोनों की तलाश में जुटी थी। इनके बारे में इनपुट जुटा रही थी। जैसे ही इनके झारखंड के कोडरमा स्थित ठिकाने का पता चला, वैसे ही स्थानीय पुलिस की मदद से कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाया गया। बता दें हैरी की गिरफ्तारी के पहले 3 फरवरी को बिहार पुलिस ने हरियाणा में बड़ी कार्रवाई कर शराब माफिया अजित खलीला को धर दबोचा था।

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