पटना विश्वविद्यालय में छात्रों के हमले में घायल शिक्षिका से मिलने पारस अस्पताल पहुंचे नवल किशोर यादव 

पटना (अजीत यादव )। बिहार भाजपा  विधान पार्षद सह प्रवक्ता डॉ. (प्रो.) नवल किशोर यादव ने कहा कि  “पटना विश्वविद्यालय प्रशासन अगर अपने शिक्षिकाओं- छात्राओं का मान- सम्मान नहीं बचा सकता तो वीसी- रजिस्ट्रार- प्रोक्टर को पद पर बने रहने का कतई अधिकार नहीं है”। यह हमला कायरतापूर्ण है और इसकी जितनी निंदा की जाए कम होगी।
भाजपा विधान पार्षद डॉ. (प्रो.) नवल किशोर यादव आज पटना विश्वविद्यालय में छात्रों के हमले में घायल शिक्षिका से मिलने पारस अस्पताल पहुँचे और उनकी तबियत का जायजा लिया। प्रो नवल किशोर यादव के साथ बिहार भाजपा के प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद भी मौजूद थे। नवल किशोर यादव ने मुलाकात करने के बाद फोन पर पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरबी सिंह से बात कर इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन से आरोपी छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा। इसके बाद नवल किशोर ने शिक्षक संघ अध्यक्ष प्रो. रणधीर कुमार सिंह से भी बात की और शिक्षकों के सम्मान में चुप नहीं बैठने और आगे आकर एक शिक्षिका के न्याय के पक्ष में खड़े होने को कहा। नवल किशोर यादव ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय के ईतिहास में यह कितनी शर्मनाक घटना है कि होली के हुरदंग के नाम पर छात्राओं को अश्लील हरकत कर रहे छात्रों से एक शिक्षिका ने बहादुरी से भीड़कर बचाया जिसके बाद आपराधिक पृष्ठभूमि के उन छात्रों ने शिक्षिका पर जानलेवा हमला कर दिया। इस घटना में शिक्षिका की जान बहुत मुश्किल से बची। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले तो चुप्पी साधने की कोशिश की। जबकि शिक्षिका के पक्ष में तुरंत खड़े होकर छात्रों को विश्वविद्यालय से नाम काटकर बहिष्कृत करना चाहिए था। अब देर से ही सही विश्वविद्यालय कार्रवाई करे, यह हमारी अपेक्षा है।
डॉ. (प्रो.) नवल किशोर यादव ने आगे कहा कि, “पटना विश्वविद्यालय प्रशासन अगर अपने कैम्पस के भीतर शिक्षिकाओं- छात्राओं का सम्मान नहीं बचा सकता, आरोपी छात्रों पर सख्त कार्रवाई नहीं कर सकता है तो वीसी- रजिस्ट्रार- प्रोक्टर के पद पर किसी को भी बने रहने का अधिकार नहीं है। ये सिर्फ चेतावनी नहीं है बल्कि अगर ये लोग कार्रवाई नहीं करते है तो इस मामले को सदन के पटल पर भी उठाऊँगा और महामहिम कुलाधिपति के समक्ष ले जाऊंगा।”

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