PATNA : निष्कासित LJP नेता ने चिराग पर दर्ज करायी FIR, लोजपा ने आरोपों को खारिज की

पटना। बिहार चुनाव में बुरी हार के बाद लोजपा ने प्रदेश कमिटी को भंग कर दिया है। जहां चुनाव के दौरान लोजपा प्रमुख चिराग पासवान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जेल भेजने और प्रदेश में भाजपा-लोजपा की सरकार बनाने की बात कहते नहीं थक रहे थे, लेकिन अब उन्हीं के पार्टी से निष्कासित नेता केशव सिंह ने आरोपों की बौछार करने के साथ ही हत्या की धमकी दिलाने के आरोप में एफआइआर दर्ज करायी है। जिससे चिराग मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं। वहीं इस मामले में लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान पर केशव सिंह के द्वारा लगाए गए आरोप को लोजपा ने खारिज किया है। बताते चले लोजपा से बगावात के बाद केशव सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। केशव सिंह चिराग पर लगातार हमलावर हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि पार्टी में विरोध के स्वर उठने के कारण ही चिराग ने प्रदेश कमिटी को भंग किया है, ताकि उठने वाले विरोध के स्वर को दबाया जा सके।
मिली जानकारी के अनुसार लोजपा से निष्कासित केशव सिंह पटना के शास्त्रीनगर थाने में चिराग पासवान के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने गए। केशव सिंह का कहना है कि अमर आजाद नामक एक व्यक्ति ने चिराग पासवान के कहने पर उन्हें धमकी दी थी। यह धमकी उन्हें लोजपा में प्रजातंत्र की बात उठाने पर दी गई। इसके बाद उन्हें पार्टी से भी निष्कासित कर दिया गया है। केशव सिंह के अनुसार पूरे घटनाक्रम में चिराग पासवान का हाथ है। केशव के अनुसार, अब वे पटना के एसएसपी एवं डीजीपी को भी पूरे मामले की जानकारी देंगे। साथ ही किशनगंज के एसपी को भी ई-मेल से आवेदन भेजेंगे।
चिराग के नक्सलियों से संबंध के भी लगाए आरोप
केशव सिंह ने चिराग पासवान पर और भी कई संगीन आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि चिराग के नक्सलियों से संबंध रहे हैं। चिराग पासवान ने विधानसभा चुनाव जीतने के लिए नक्सलियों से भेंट भी की थी। इसकी जांच सरकार को करानी चाहिए।
आरोप बेबुनियाद और निराधार
पार्टी के प्रदेश प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि लोजपा के पूर्व प्रदेश महासचिव केशव सिंह के द्वारा लगाया गया आरोप बेबुनियाद और निराधार है। मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए केशव सिंह ने ऐसा आरोप लगाया है। श्री कल्लू ने कहा कि केशव सिंह के द्वारा लगाये गये आरोप को लोजपा खारिज करती है और केशव सिंह के ऊपर मानहानि का दावा करेंगे। विदित हो कि श्री केशव सिंह को पार्टी ने पार्टी विरोधी कार्य करने पर उन्हें 6 साल के लिए पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया गया है।

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