नवरात्र में सर्वार्थ सिद्धि, त्रिपुष्कर समेत बन रहे हैं कई शुभ योग, निवेश, व्यवसायिक शुभारंभ, लग्न की खरीदारी के लिए है शुभ

पटना। शुद्ध आश्विन शुक्ल प्रतिपदा 17 अक्टूबर शनिवार से नवरात्र शुरू हो रहा हैं। इस दिन कलश स्थापना के साथ नौ देवियों की पूजा शुरू हो जाएगी। इस बार नवरात्र में तिथियों की घट-बढ़ नहीं होने से 26 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा। भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद् के सदस्य ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा मुताबिक, इस शारदीय नवरात्र में ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति में विद्यमान के कारण हर दिन शुभ योग बन रहे हैं। इसीलिए नवरात्र में खरीदारी, निवेश आदि हेतु प्रत्येक दिन शुभ मुहूर्त रहेगा। माना जाता है कि देवी के इन नौ दिनों के दौरान की गई खरीदारी से सुख-समृद्धि, प्रसिद्धि व वैभव में वृद्धि होती है। सामान्यत: नवरात्र के समय पूंजी निवेश, प्रॉपर्टी और गाड़ी की खरीदी शुभ मानी जाती है।
सर्वार्थ सिद्धि, त्रिपुष्कर व रवियोग का बना दुर्लभ संयोग
आचार्य राकेश झा ने मुताबिक, शारदीय नवरात्र में तिथि, वार और नक्षत्रों के संयोग से तकरीबन हर दिन खरीदारी के लिए शुभ रहेगा। इन दिनों में 4 सर्वार्थ सिद्धि, 1 त्रिपुष्कर और 4 रवियोग बनेंगे। इनके साथ ही सौभाग्य, धृति और आनंद योग भी रहेंगे। प्रॉपर्टी में निवेश और खरीदी-बिक्री के लिए 22 अक्टूबर को अत्यंत शुभ मुहूर्त है। वहीं 19, 25 और 26 अक्टूबर को वाहन खरीदी का विशेष मुहूर्त है। नवरात्र के हर दिन बनने वाले शुभ योगों में नए कामों की शुरूआत करना श्रेष्ठ माना गया है।
इन वस्तुओं की खरीदारी से धन-वैभव में वृद्धि
नवरात्र में बन रहे शुभ योगों में वाहन, चल-अचल संपत्ति, आभूषण, कपड़े, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की खरीदारी की जा सकती है। नवरात्र संसार की रचना करने वाली शक्ति का पर्व है। इसलिए सांसारिक उपभोग के साधन और भौतिक सुख-सुविधाओं की खरीदारी की जा सकती है। इससे धन-वैभव में वृद्धि होती है। शक्ति पर्व होने से इन दिनों में शस्त्र, औजार और ऊर्जा देने वाली चीजों की खरीदारी करना भी शुभ माना गया है।
तिथिवार के अनुसार शुभ संयोग
प्रतिपदा- 17 अक्टूबर, शनिवार – सर्वार्थसिद्धि योग
द्वितीया- 18 अक्टूबर, रविवार – त्रिपुष्कर योग
तृतीया-19 अक्टूबर, सोमवार – सर्वार्थसिद्धि,आयुष्मान व रवियोग
चतुर्थी- 20 अक्टूबर, मंगलवार – सौभाग्य,शोभन व रवियोग
पंचमी 21 अक्टूबर, बुधवार – रवियोग व शोभन योग
षष्टी- 22 अक्टूबर, गुरुवार – सुकर्मा और प्रजापति योग
सप्तमी- 23 अक्टूबर, शुक्रवार – सुकर्मा, धृति व आनंद योग
अष्टमी- 24 अक्टूबर, शनिवार – धृति व सर्वार्थसिद्धि योग
नवमी- 25 अक्टूबर, रविवार – श्रवणा नक्षत्र व रवियोग
दशमी- 26 अक्टूबर, सोमवार – वृद्धि योग व रवियोग

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