जाति-धर्म की भावना भड़का कर सिर्फ अपने परिवार के विकास करने वालों से सावधान रहे : ऊर्जा मंत्री

जदयू का विधानसभावार वर्चुअल सम्मेलन

पटना। जदयू के विधानसभावार वर्चुअल सम्मेलन के तहत रविवार को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट, औराई, बोचहां और सारण के छपरा, गरखा और परसा विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ फेसबुक लाइव और डेडिकेटेड आॅनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से वर्चुअल संवाद किया गया।
जदयू नेता एवं ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि 1974 के आंदोलन का नारा था ‘भ्रष्टाचार मिटाना है, नया बिहार बनाना है’। लेकिन उसमें शामिल रहे नेता ने सत्ता मिलने पर 1990 से 2005 तक बिहार को लूट कर अपना घर भरने का काम किया। वे बिहार में जाति-धर्म की भावना को भड़का कर वोट लेते थे और जीतने पर सिर्फ अपने परिवार को आगे बढ़ाते थे। 2005 में बिहार को नीतीश कुमार जैसा ईमानदार एवं दूरदर्शी मुख्यमंत्री मिला, तब से विकास के कामों के लिए कभी पैसे की कमी नहीं हुई।
श्री यादव ने कहा कि कृषि प्रधान राज्य बिहार में पहला कृषि रोडमैप बनाने का काम 2006 में मुख्यमंत्री ने किया। अब तो द्वितीय और तृतीय कृषि रोडमैप भी लांच हो चुका है। इससे बिहार में किसानों का जीवन स्तर बेहतर हुआ है। कृषि उत्पादन में व्यापक वृद्धि के लिए बिहार को कई केंद्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगले कार्यकाल में हर खेत को पानी मिलने से बिहार में हरित क्रांति आयेगी। श्री यादव ने कहा कि वाजपेयी जी की कल्पना के अनुरूप बना ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर उत्तर बिहार की उन्नति में गेम चेंजर प्रोजेक्ट साबित हुआ। उन्होंने आह्वान किया कि जो नेता काम करे, पूरे बिहार का विकास करे, उसका सम्मान करिये और जो नेता माल बनाये, सिर्फ अपने परिवार का विकास करे, उससे नफरत करिए।
लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील
सम्मेलन का संचालन करते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्य के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि इस समय बिहार सरकार का मुख्य ध्यान कोरोना से जंग और बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने पर है। श्री झा ने राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव के लिए तथा पूरे राज्य में कोरोना पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार द्वारा कराये जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही लोगों को कोरोना से बचने के लिए जरूरी सावधानियों के प्रति जागरूक किया। श्री झा ने आगे कहा कि 27 जुलाई तक खासकर गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। उन्होंने बांध के अंदर निचले इलाकों में बसे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की और बताया कि ऐसे लोगों के लिए जगह.जगह कम्युनिटी किचेन चलाये जा रहे हैं।
सम्मेलन को एससी-एसटी कल्याण मंत्री रमेश ऋषिदेव, आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय, जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष तनवीर अख्तर और प्रदेश महासचिव प्रो. सुहेली मेहता समेत जिला एवं विधानसभा स्तर के कई अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।