कोरोना का खौफ : सोमवार से केवल जरूरी मामलों पर ही सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट
CENTRAL DESK : पूरे विश्व में कोरोना वायरस को लेकर दहशत का आलम देखा जा रहा है। हर कोई कोरोना को लेकर खौफजदा है। बिहार, यूपी, दिल्ली समेत अन्यों के मुख्यमंत्रियों ने कोरोना के खतरे को देखते हुए कई बड़े निर्णय लिए हैं। वहीं अब सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्णय लिया है कि वह सोमवार से केवल जरूरी मामलों की ही सुनवाई करेगा। देश की उच्चतम अदालत की ओर से जारी किए गए नोटिफिकेशन के मुताबिक, सोमवार से उतनी ही अदालते बैठेंगी, जिनकी जरूरी मामलों की सुनवाई के लिए जरूरत होगी। अदालत कक्ष में बहस करने वाले मात्र एक वकील और एक मुकदमेदार को भीतर प्रवेश करने की इजाजत होगी।
शीर्ष अदालत की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि भारत सरकार द्वारा जारी परामर्श की समीक्षा करने और स्वास्थ्य सेवा विशेषज्ञों की राय के बाद सभी आगंतुकों, वादकारियों, वकीलों, न्यायालय के कर्मचारियों, सुरक्षा, रख रखाव और सहायक स्टाफ के साथ साथ मीडियाकर्मियों की सुरक्षा के मद्देनजर सक्षम प्राधिकारी ने मुकदमों की सुनवाई केवल जरूरी मामलों तक सीमित रखने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि भारत देश में कोरोना वायरस के अब तक 81 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 17 विदेशी नागरिक हैं जिनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारों ने भी कई कदम उठाए हैं। बिहार की नीतीश सरकार ने शुक्रवार को शिक्षण संस्थान, चिड़ियाघर, सिनेमाघर जैसे भीड़ भाड़ वाली जगह को 31 मार्च तक बंद करने का निर्देश दिया है। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे महामारी घोषित करते हुए राज्य के सभी स्कूल-कॉलेजों को 22 मार्च तक के लिए बंद रखने का आदेश जारी किया है।