केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया : तेजस्वी ने कहा- देश बेचने वाला तो पप्पू ने थकाऊ, पकाऊ, उबाऊ और बिकाऊ बताया
पटना। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए केंद्रीय बजट को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने देश बेचने वाला और आम आदमी पर बोझ लादने वाला बजट बताया है। तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा है कि यह बजट नहीं, सरकारी प्रतिष्ठानों व संपत्तियों को बेचने की सेल थी। रेल, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, लाल किला, बीएसएनएल, एलआईसी बेचने के बाद यह बजट नहीं बल्कि अब बैंक, बंदरगाह, बिजली लाइनें, राष्ट्रीय सड़कें, स्टेडियम, तेल की पाइप लाइन से लेकर वेयरहाउस बेचने का भाजपाई निश्चय है।
यह देश बेचने वाला बजट है।यह बजट नहीं सरकारी प्रतिष्ठानों व संपत्तियों को बेचने की सेल थी।रेल,रेलवे स्टेशन,एयरपोर्ट,लाल किला, BSNL,LIC बेचने के बाद यह बजट नहीं बल्कि अब बैंक,बंदरगाह,बिजली लाइनें,राष्ट्रीय सड़के, स्टेडियम,तेल की पाइप लाइन से लेकर वेयरहाउस बेचने का भाजपाई निश्चय है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 1, 2021
वहीं एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने कहा कि आम बजट में बिहार के लिए कोई नई यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल, राष्ट्रीय राजमार्ग, कारखाना, औद्योगिक इकाई, रेलवे लाइन और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रॉजेक्ट नहीं बल्कि ऊपर से आम आदमी पर बोझ लाद दिया। केंद्र सरकारी प्रतिष्ठान बेच रही है फिर भी बिहार एनडीए के 40 में से 39 सांसद मेज थपथपा रहे थे। शर्मनाक!
आम बजट में बिहार के लिए कोई नई यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल, राष्ट्रीय राजमार्ग, कारखाना,औद्योगिक इकाई,रेलवे लाइन और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रॉजेक्ट नहीं बल्कि ऊपर से आम आदमी पर बोझ लाद दिया। केंद्र सरकारी प्रतिष्ठान बेच रही है फिर भी बिहार NDA के 40 में से 39 सांसद मेज थपथपा रहे थे। शर्मनाक!
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 1, 2021
पप्पू बोले- बजट थकाऊ, पकाऊ, उबाऊ और बिकाऊ
वहीं दूसरी ओर जाप नेता व पूर्व सासंद पप्पू यादव ने कहा है कि यह बजट थकाऊ, पकाऊ, उबाऊ और बिकाऊ है। पेट्रोल पर 2.5 और डीजल पर 4 रुपए सेस बढ़ा दिया गया है। अंतराष्ट्रीय बाजार में आज कच्चे तेल की कीमत कम है, लेकिन फिर भी सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि किए जा रही है। यह देश के मिडिल क्लास की कमर तोड़ने जैसा है। केंद्र सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा कि अब सरकार ऐसा क्या कमाल करने वाली है कि जीडीपी 23.9 से 11 फीसदी हो जाएगी? इस बजट में ना रोजगार सृजन की बात है, ना शिक्षा, कृषि और स्वास्थ्य की। सिर्फ बेचने की बात की गई है। पीएसयू, एयरपोर्ट, वेयरहाउस सभी को बेचा जा रहा है। बिजली ट्रांसमिशन लाइन पूंजीपतियों को दिया जा रहा है। अब किसानों को बिजली सब्सिडी भी नहीं मिलेगी। सरकार की योजना देश बेचने की है।