एडवांस ईवीएम से कराए जाएंगे बिहार विधानसभा चुनाव-2020, नाम है ‘एम-3’

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। इस बार चुनाव आधुनिक ईवीएम से कराए जाने की तैयारी है। इस नए ईवीएम का नाम है एम-3 (मॉडल 3)। इसके लिए बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के स्तर से कार्रवाई आरंभ हो गयी है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी को इस नए ईवीएम से ही चुनाव कार्य किये जाने का निर्देश दिया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के अनुसार बिहार में तीन राज्यों उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और आंध्रप्रदेश से नए ईवीएम मंगाए जाएंगे। इन राज्यों में आम चुनाव नए इवीएम द्वारा ही कराये गए थे। उन्होंने बताया कि नए एम-3 ईवीएम पूर्व के मॉडल 2 ईवीएम से थोड़ा एडवांस है। यह तकनीक के बेहतर इस्तेमाल की दृष्टि से प्रयोग में लाया जा रहा है। बता दें पिछले दिनों मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी जिलाधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान पुराने ईवीएम की जगह नए ईवीएम की जानकारी दी थी और इसे दूसरे राज्यों से मांगने का निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि बिहार में पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव ईवीएम मॉडल-2 से कराए गए थे। इसका सॉफ्टवेयर पुराना हो चुका है। इसमें तकनीकी गड़बड़ी जल्द ठीक होनी मुश्किल थी। तकनीकी खराबी को जांच के बाद ही दुरुस्त किया जा सकता था। इसके अतिरिक्त मॉडल-2 इवीएम में बैलेट यूनिट भी कम संख्या में जोड़े जा सकते थे।
एम-3 में हैं कई खासियतें
बीईएल द्वारा बनाई गई एम-3 एडवांस ईवीएम में टेंपर डिटेक्टन का फीचर है। यदि इससे कोई छेड़छाड़ करता है तो यह अपने आप काम करना बंद कर देती है। इसके अलावा इस मशीन में कुछ खराबी आए तो स्वयं दुरूस्त कर लेती है। यह इसके डिस्प्ले स्क्रीन पर प्रदर्शित होने लगेगा। इस मशीन के कंट्रोल यूनिट और बैलट यूनिट आपस में संवाद करने में सक्षम है। यदि बाहर से कोई कंट्रोल यूनिट या बैलट यूनिट लगाई जाएगी तो इसके डिजिटल सिग्नेचर मैच नहीं होंगे और सिस्टम काम करना बंद कर देगा। एम-3 ईवीएम में 24 बैलट यूनिटें (एक बैलट यूनिट में 16 उम्मीदवार) जोड़ी जा सकती हैं। इससे पूर्व टाइप 2 ईवीएम में सिर्फ 64 उम्मीदवारों को ही लेने की क्षमता थी।
