इस दिन भारत में आया था कोरोना का पहला मामला

CENTRAL DESK : कोविड-19 को लेकर भारत की लगातार एहतियात बरत रही है। भारत डब्ल्यूएचओ के कोविड-19 को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित करने से काफी पहले ही व्यापक प्रतिक्रिया प्रणाली लागू कर चुका है।
बता दें भारत ने किसी भी अन्य देश से पहले ही वीजा निलंबित होने के बाद वापस आने वाले हवाई यात्रियों की जांच की व्यवस्था लागू कर दी थी और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था। चीन और हॉन्ग कॉन्ग से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग 18 जनवरी से शुरू कर दी गई थी। हालांकि भारत में इसके कई दिन बाद 30 जनवरी, 2020 को कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था।
वैश्विक परिदृश्य पर गौर करें तो पता चलता है कि इटली और स्पेन ने पहला मामला सामने आने के क्रमश: 25 दिन और 39 दिनों के बाद यात्रियों की जांच शुरू की थी। ये दोनों कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों के रूप में सामने आए हैं।
केंद्र सरकार ने इस बीमारी को फैलने से रोकने, बचाव और प्रबंधन के लिए यात्रा बंदिशें, जांच के लिए ज्यादा देशों और हवाई अड्डों को जोड़ने, वीजा के निलंबन और स्व क्वारंटाइन (एकांतवास) के उपाय लागू करने जैसे कई गंभीर कदम उठाए हैं।
अभी तक लिए गए क्रमवार फैसले निम्नलिखित हैं
– 17 जनवरी- चीन की यात्रा से परहेज करने के लिए सलाह जारी की गई है
– 18 जनवरी- चीन और हॉन्ग कॉन्ग से आने वाले यात्रियों की थर्मल जांच
– 30 जनवरी- चीन की यात्रा से बचने के लिए सख्त सलाह जारी की गई
– 3 फरवरी- चीन के नागरिकों के लिए ई-वीजा की सुविधा निलंबित की गई।

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