अबतक 15 : भाजपा ने दो मौजूदा और तीन पूर्व विधायकों समेत 6 को दिखाया बाहर का रास्ता

पटना। भाजपा में बगावत थमने का नाम नहीं ले रहा है। पार्टी की ताबड़तोड़ कार्रवाई और चेतावनी के बावजूद टिकट से वंचित हुए भाजपा नेता दूसरे दल से ताल ठोंक रहे हैं और बगावत कर चुनाव मैदान में उतरने वाले तमाम नेता भाजपा प्रत्याशियों के लिए मुसीबत बन रहे हैं। सोमवार को पार्टी ने ऐसे ही छह और नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। भाजपा के प्रदेश मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। निकाले गए पार्टी नेताओं में दो मौजूदा विधायक, तीन पूर्व विधायक और एक पूर्व विधान पार्षद शामिल हैं। इस प्रकार पार्टी ने छह नेताओं को छह वर्षों के लिए भाजपा से निकाला है।
सारण जिले के अमनौर और सिवान के विधायक का नाम शामिल: उक्त नेताओं पर भाजपा की छवि धूमिल करने और दल विरोधी गतिविधियों के मामले में कार्रवाई की गई है। भाजपा से निकाले गए नेताओं में सारण जिले के अमनौर से पार्टी के विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा और सिवान के विधायक व्यासदेव प्रसाद हैं। इसके अलावा छपरा के पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह, मधुबनी के पूर्व विधायक रामदेव महतो, तेघरा के पूर्व विधायक ललन कुंवर और सिवान के पूर्व विधान पार्षद मनोज सिंह हैं।
नौ बागियों को दिखाया था बाहर का रास्ता: बता दें भाजपा ने बीते 13 अक्टूबर को कई नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। निलंबित किए गए नेताओं पर राजग के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरकर पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने का आरोप था। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, राष्ट्रीय मंत्री रहे रामेश्वर चौरसिया, पूर्व विधायक डॉ. ऊषा विद्यार्थी, विधायक रवींद्र यादव, इंदु कश्यप, श्वेता सिंह, अनिल कुमार, मृणाल शेखर और अजय प्रताप कार्रवाई के दायरे में आए थे।

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