बिहार में टीबी मरीजों को मिलेगा दोगुना लाभ, नवंबर से हर महीने एक हजार रुपये
पटना। बिहार सरकार ने राज्य के टीबी मरीजों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। अब राज्य में उपचाराधीन टीबी मरीजों को हर महीने 500 रुपये की जगह 1,000 रुपये दिए जाएंगे। यह राशि एक नवंबर 2024 से लागू की जाएगी। इस निर्णय से राज्य के लगभग 1.54 लाख टीबी मरीजों को सीधा लाभ मिलेगा। केंद्र सरकार द्वारा संचालित ‘निक्षय पोषण योजना’ के तहत यह बढ़ी हुई राशि दी जाएगी। टीबी (तपेदिक) एक गंभीर संक्रामक रोग है, जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है। यह रोग गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों में अधिक देखा जाता है। इसका प्रभाव न केवल शारीरिक रूप से होता है, बल्कि आर्थिक स्थिति पर भी पड़ता है। टीबी के मरीजों को नियमित इलाज और उचित पोषण की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह रोग लंबी अवधि तक चल सकता है और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को कमजोर कर सकता है। केंद्र सरकार द्वारा अप्रैल 2018 में ‘निक्षय पोषण योजना’ की शुरुआत की गई थी। इसका उद्देश्य टीबी मरीजों को इलाज के दौरान वित्तीय सहायता प्रदान करना था ताकि वे अपने पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर सकें। पहले इस योजना के तहत टीबी मरीजों को हर महीने 500 रुपये दिए जाते थे। अब इस राशि को दोगुना कर 1,000 रुपये कर दिया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की अपर सचिव एवं मिशन निदेशक, आराधना पटनायक ने इस संबंध में एक पत्र जारी किया, जिसमें इस योजना के तहत मिलने वाली राशि को बढ़ाने की जानकारी दी गई। उन्होंने यह भी बताया कि यह बढ़ी हुई राशि 1 नवंबर 2024 से लागू होगी और राज्य के टीबी मरीजों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। टीबी के मरीजों को 1,000 रुपये प्रतिमाह मिलने से उनका पोषण स्तर सुधरेगा, जो उनके इलाज और रोग से लड़ने की क्षमता में सुधार करेगा। इससे उन परिवारों पर भी आर्थिक बोझ कम होगा, जो अपने सदस्यों के इलाज और पोषण की देखभाल के लिए संघर्ष कर रहे हैं। चूंकि टीबी एक ऐसी बीमारी है जो लंबे समय तक चल सकती है, इसलिए इस दौरान मरीज और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति पर भी इसका सीधा असर पड़ता है। स्टेट आइइसी ऑफिसर (टीबी), बुशरा अजीम ने बताया कि इस योजना का लाभ सभी टीबी मरीजों को मिलेगा, चाहे वे नए हों या पहले से उपचाराधीन। इस निर्णय के बाद राज्य के 1.54 लाख से अधिक टीबी मरीजों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। टीबी उन्मूलन के लिए सरकार का यह प्रयास न केवल एक वित्तीय सहायता के रूप में देखा जा सकता है, बल्कि यह सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा में सुधार का भी संकेत है। टीबी जैसे संक्रामक रोगों के खिलाफ लड़ाई में पोषण और उचित देखभाल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसे में, इस योजना के तहत बढ़ी हुई राशि टीबी मरीजों के जीवन स्तर को सुधारने में मदद करेगी। इसके साथ ही, यह कदम बिहार सरकार के स्वास्थ्य सुधारों की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे राज्य के गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को वित्तीय सहायता मिल सकेगी, जिससे वे अपने इलाज और जीवन की गुणवत्ता को सुधार सकेंगे। बिहार सरकार द्वारा टीबी मरीजों के लिए हर महीने मिलने वाली राशि को दोगुना करना एक सराहनीय कदम है। यह न केवल मरीजों के पोषण स्तर को बेहतर बनाएगा, बल्कि उनके इलाज के दौरान उनकी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगा। केंद्र सरकार की ‘निक्षय पोषण योजना’ के तहत लिया गया यह निर्णय राज्य के 1.54 लाख से अधिक टीबी मरीजों के लिए राहत लेकर आएगा, जिससे वे इस रोग से लड़ने में सक्षम हो सकेंगे।