मुजफ्फरपुर में दो नए बच्चों में चमकी बुखार, 24 हुई मरीजों की संख्या, अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य विभाग

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में एक बार फिर चमकी बुखार (एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम – एईएस) ने दस्तक दे दी है। बुधवार को जिले में दो नए बच्चों में एईएस की पुष्टि होने के बाद मरीजों की कुल संख्या 24 पहुंच गई है। इनमें से 21 मरीज मुजफ्फरपुर जिले से हैं, जबकि शेष तीन अन्य जिलों – सीतामढ़ी, गोपालगंज और शिवहर से एक-एक मामले दर्ज किए गए हैं। लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है और अलर्ट मोड पर काम कर रहा है। नवीनतम मामलों में सकरा प्रखंड के पांच वर्षीय प्रिंस कुमार और कांटी प्रखंड के लड्डू कुमार शामिल हैं। दोनों बच्चों को तेज बुखार की शिकायत के बाद परिजनों ने स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया था। जब स्थिति बिगड़ी, तो उन्हें श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रेफर किया गया। जांच में दोनों बच्चों में एईएस की पुष्टि हुई, जिसके बाद उन्हें पीकू वार्ड में भर्ती कर उपचार शुरू किया गया। हालांकि, राहत की बात यह रही कि दोनों बच्चे अब स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. गोपाल शंकर सहनी ने जानकारी दी कि बच्चों को समय पर इलाज मिलने के कारण उनकी स्थिति में सुधार आया है। उन्होंने कहा कि एईएस को लेकर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की पूरी तैयारी है। अस्पतालों में आवश्यक दवाइयां और संसाधन पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है ताकि समय रहते लक्षणों की पहचान की जा सके और इलाज में देरी न हो। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सदर अस्पताल में एक 24 घंटे कार्यरत कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां किसी भी तरह की परेशानी या आपात स्थिति में तुरंत सहायता दी जाएगी। विभाग ने स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी भी लगा दी है, जो गांव-गांव जाकर निगरानी और जागरूकता का काम कर रहे हैं। डॉक्टरों की सलाह है कि अभिभावक बच्चों को उबला हुआ पानी पिलाएं, घर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें और बच्चों को मच्छरों से बचाने के सभी उपाय अपनाएं। यदि बच्चों में बुखार, उल्टी, बेहोशी या झटके आने जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाएं। डायरिया की स्थिति में ओआरएस का घोल पिलाएं और उन्हें तरल पदार्थ अधिक मात्रा में दें। स्वास्थ्य विभाग ने यह भी जानकारी दी है कि वर्तमान में पीलिया, सर्दी-जुकाम और खांसी के भी कई मामले सामने आ रहे हैं, इसलिए विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। जिलाधिकारी ने सभी प्रखंडों को निर्देश दिया है कि वे पूरी मुस्तैदी से काम करें और किसी भी हालात के लिए तैयार रहें। गौरतलब है कि पिछले वर्षों में चमकी बुखार ने मुजफ्फरपुर में कई बच्चों की जान ली थी। ऐसे में विभाग इस बार किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतना चाहता और तैयारी को चाक-चौबंद रखने का दावा कर रहा है।

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