दरभंगा में गृह मंत्री की हुंकार, कहा- बिहार में डिफेंस कॉरिडोर बनेगा, यहां के गोले से पाकिस्तान को जवाब देंगे
दरभंगा/पटना। दरभंगा की ऐतिहासिक भूमि पर सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुनावी माहौल में एक बार फिर अपने तीखे और प्रभावशाली अंदाज़ में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने न केवल बिहार में डिफेंस कॉरिडोर स्थापित करने का बड़ा ऐलान किया, बल्कि पाकिस्तान को लेकर भी सख्त संदेश दिया। शाह की यह रैली बिहार की राजनीति में एक नई ऊर्जा भरने वाली साबित हुई, जहां उन्होंने भाजपा की राष्ट्रवादी नीति और सुरक्षा दृष्टिकोण को जोरदार तरीके से प्रस्तुत किया।
बिहार में डिफेंस कॉरिडोर की घोषणा
अमित शाह ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि बिहार अब केवल कृषि और शिक्षा का केंद्र नहीं रहेगा, बल्कि यह देश की रक्षा उत्पादन क्षमता का अहम हिस्सा बनेगा। उन्होंने घोषणा की कि बिहार में जल्द ही एक डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना की जाएगी, जहां हथियार और गोले-बारूद बनाए जाएंगे। शाह ने कहा, “पाकिस्तान अगर दोबारा हिम्मत करेगा तो जवाब गोली से नहीं, बल्कि बिहार की धरती पर बने गोले से दिया जाएगा।” यह घोषणा न केवल बिहार के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह केंद्र सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ नीति को भी एक नई दिशा देने वाला कदम माना जा रहा है। रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में बिहार को शामिल करने से राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और औद्योगिक विकास को भी गति मिलेगी।
विपक्ष पर तीखा प्रहार
अपने भाषण में अमित शाह ने विपक्षी दलों – खासकर राजद और कांग्रेस – पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, जबकि सोनिया गांधी राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। शाह ने कहा, “ना सीएम का पद खाली है, ना पीएम का। बिहार में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और केंद्र में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं।” उन्होंने जनता से अपील की कि वे जंगलराज की वापसी को रोकने के लिए भाजपा को समर्थन दें। शाह के अनुसार, यह चुनाव केवल एक उम्मीदवार को जिताने का नहीं, बल्कि बिहार को फिर से पिछड़ेपन की राजनीति में धकेलने से बचाने का है।
राहुल गांधी और घुसपैठियों पर हमला
अमित शाह ने अपने संबोधन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हाल की यात्रा पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यह यात्रा “घुसपैठियों को बचाने के लिए” थी। शाह ने दृढ़ता से कहा कि केंद्र सरकार देश में किसी भी अवैध घुसपैठिए को नहीं रहने देगी। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि भाजपा की सरकार भारत की सुरक्षा और अखंडता से कोई समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी चाहे जितनी कोशिश कर लें, हम एक-एक घुसपैठिए को देश से बाहर निकालेंगे।” यह बयान भाजपा के राष्ट्रवादी एजेंडे और कड़े सुरक्षा रुख को एक बार फिर से जनता के बीच स्थापित करता है।
पीएम मोदी पर अपशब्द और जनता की प्रतिक्रिया
शाह ने अपने भाषण में राहुल गांधी की यात्रा के दौरान पीएम मोदी और उनकी मां के खिलाफ दिए गए अपशब्दों की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, “जब-जब प्रधानमंत्री मोदी को गालियां दी जाती हैं, तब-तब कमल और भी ज्यादा खिलता है।” उन्होंने इसे जनता की भावनाओं से जोड़ते हुए कहा कि बिहार की जनता प्रधानमंत्री के सम्मान को चोट नहीं पहुंचने देगी। अमित शाह के इन शब्दों से भीड़ में उत्साह देखने को मिला और भाजपा समर्थकों ने “मोदी-मोदी” के नारे लगाने शुरू कर दिए।
विकास बनाम भ्रष्टाचार का मुद्दा
अमित शाह ने जनता से सीधा सवाल पूछा कि लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की सरकार ने अपने कार्यकाल में दरभंगा के लिए क्या किया। उन्होंने कहा कि “15 साल की लालू-राबड़ी सरकार और 10 साल की केंद्र में कांग्रेस सरकार ने बिहार को सिर्फ लूटा है। उन्होंने विकास नहीं, विनाश किया है।” इसके विपरीत, उन्होंने मोदी सरकार की योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि आज बिहार में सड़कें बन रही हैं, रेल कनेक्टिविटी बढ़ रही है और गरीबों के लिए आवास योजनाएं लागू हो रही हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि केंद्र सरकार बिहार के हर जिले को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
जनता से अपील
भाषण के अंत में अमित शाह ने कहा कि “6 तारीख को जब आप मतदान करने जाएं, तो कमल के निशान पर बटन दबाएं। यह बटन सिर्फ विधायक को जिताने के लिए नहीं, बल्कि बिहार को फिर से सुरक्षित और सशक्त बनाने के लिए है।”म उन्होंने बिहार की जनता से आग्रह किया कि वे एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर भरोसा करें और जंगलराज को लौटने से रोकें। दरभंगा की इस रैली ने बिहार की चुनावी हवा को और भी गरम कर दिया है। अमित शाह का भाषण न केवल एक राजनीतिक संदेश था, बल्कि एक दृष्टि भी – जिसमें विकास, सुरक्षा और राष्ट्रवाद का मेल था। डिफेंस कॉरिडोर की घोषणा से बिहार में औद्योगिक क्रांति का नया अध्याय शुरू होने की उम्मीद है, वहीं विपक्ष पर उनके तीखे हमले से यह स्पष्ट हो गया कि भाजपा चुनावी मैदान में पूरी तैयारी के साथ उतरी है। दरभंगा की जनता ने भी इस सभा में जिस तरह से उत्साह दिखाया, वह इस बात का संकेत है कि बिहार की राजनीति एक बार फिर निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है।
राजद-कांग्रेस ने राम मंदिर को लटकाया
कांग्रेस और राजद वालों ने राम मंदिर का विरोध किया। मोदी जी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनवाया। अब हम सीता जी का भव्य राम मंदिर बनाने जा रहे हैं। सीतामढ़ी से सीधे अयोध्या के लिए सीधे ट्रेन चलाने जा रहे हैं। राजद और कांग्रेस वालों ने कभी राम और सीता का सम्मान नहीं किया।
शाह बोले- महिलाओं को दिए 10 हजार वापस नहीं लेंगे
शाह ने कहा, ‘अभी-अभी मोदी जी और नीतीश कुमार जी ने 1.41 करोड़ जीविका दीदी के बैंक खातों में 10 हजार रुपए डालने का काम किया है। ये लालू की पार्टी कहती है कि जीविका दीदियों से ये 10 हजार रुपए वापस ले लो। मैं आज सारे बिहार की जीविका दीदी से कहकर जाता हूं कि लालू और उसके बेटे को छोड़िए, इनकी तीन पीढ़ी भी आ जाए, वो जीविका दीदी से 10 हजार रुपए वापस नहीं ले सकते। आप एक बार फिर एनडीए सरकार बनाइए, हम 5 साल में जीविका दीदी के बैंक खाते में 2 लाख रुपए और डालने का काम करेंगे।’
शाह ने पूछा- लालू-राबड़ी ने क्या काम किया
दरभंगा में शाह ने कहा, मैं लालू जी और राहुल से पूछना चाहता हूं कि 10 साल तक केंद्र में यूपीए सरकार थी और यहां पर 15 साल तक लालू-राबड़ी मुख्यमंत्री रहे। लेकिन, दरभंगा के विकास के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया। मोदी जी की सरकार बनी और दरभंगा में एम्स बनाने का काम हमने किया। मिथिला, कोसी और पश्चिम बंगाल के आसपास के इलाके के लोगों को अब पटना और दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। किसी भी बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज दरभंगा एम्स में हो जाएगा।


