December 8, 2025

कंगना रनोट के विवादित बयान पर लोकगायिका नेहा सिंह राठौर का हमला, कहा- ‘पद्मश्री पाके हेतना धधा गईलु कंगना’

बिहार। अभिनेत्री कंगना रनोट ने कहा था कि 1947 की आजादी भीख थी। असली आजादी 2014 में मिली। राष्ट्रपति के हाथों पद्म पुरस्कार लेने के बाद उनका यह बयान आया था। इसके बाद कई पार्टी के नेताओं ने उनसे पुरस्कार वापस लेने की मांग की थी। अब बिहार की गायिका नेहा सिंह राठौर ने भोजपुरी गीत से कंगना को नसीहत दी है। नेहा सिंह राठौर ने  कंगना रनोट को नसीहत देते हुए गाया है कि पद्मश्री पाके हेतना धधा गईलु कंगना..। इसे नेहा सिंह राठौर ने ‘धिक्कार गीत’ कहा है। पद्मश्री पाके हेतना धधा गईलु कंगना…रानी लक्ष्मीबाई लड़नी अंग्रेवन के संगना, 1857 के भुलाई गईला जंगना… राजगुरु, भगत सिंह, सुखदेव की भी चर्चा इस गीत में है कि कैसे ये सभी हंसते-हंसते फांसी का फंदा झूल गए।

लोगों ने दी तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं

यूट्यूब पर कंगना के इस गीत पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। वैभव मौर्या ने लिखा है- कंगना कम से कम अपना फिल्म मणिकर्णिका का भी स्मरण कर लेतीं तो ऐसा नहीं बोलतीं। वही देवेन्द्र कुमार ने लिखा है गरम लोहे पर बढ़िया चोट मारी है। गीत सुनकर तबीयत खुश हो गई। गीत और लंबा लिखा होता तो और मजा आता।

वही एक यूजर दयाराम यादव ने लिखा कि जिसने बलिदान दिया ही नहीं, वह आजाद मुक्त की परिभाषा नहीं समझ सकता। इसके साथ साथ सुभाष शर्मा ने लिखा है भोजपुरी लोकगीत के माध्यम से बेबाक सबक कंगना जी के लिए है। अंधभक्ति भी अफीम की तरह है जो विवेक नष्ट कर देती है।

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