अस्पताल छोड़ उपाधीक्षक को निजी नर्सिंग होम में देख भड़क उठे लोग, कालिख पोत किया हंगामा

मसौढ़ी। पटना के मसौढ़ी अनुमंडल अंतर्गत सतीस्थान स्थित एक निजी नर्सिंग होम में सोमवार की दोपहर अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक को बैठा देख स्थानीय नारी जनशक्ति संघ के कार्यकर्ता भड़क उठे और उन्होंने उपाधीक्षक के मुंह पर कालिख पोत दी। इस दौरान वहां हंगामे की स्थिति व्याप्त हो गई। दोनों पक्षों के बीच जमकर तू-तू, मैं-मैं भी हुई।
मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को दोपहर करीब 1.15 बजे अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. हरिश्चंद हरि को नारी जनशक्ति केंद्र के कार्यकर्ताओं व अन्य लोगों ने सतीस्थान स्थित एक निजी नर्सिाग होम में बैठा देखा। उनका आरोप था कि उपाधीक्षक अनुमंडलीय अस्पताल में अपनी ड्यूटी छोड़ वहीं नर्सिंग होम में मरीजों का उपचार करते हैं। उन्हें वहां बैठा देख वे भड़क गए और उक्त नर्सिंग होम में घुस गए। उन्होंने उपाधीक्षक के मुंह पर कालिख पोत दी। इससे वहां हंगामे की स्थिति व्याप्त हो गई। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर तू-तू, मैं-मैं भी हुई। बाद में दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।
नारी जनशक्ति संघ संस्था के अध्यक्ष मुकुल कुमार शर्मा, सचिव प्रिंस सोली, संस्था की महिला प्रदेश अध्यक्ष आशा किरण सिंह, रीना देवी, बबीता कुमारी, कांग्रेस किसान के मीडिया प्रभारी मृत्युजंय पेरियार समेत अन्य कार्यकर्ताओं का आरोप था कि अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. हरिश्चंद्र हरि अस्पताल में अपनी ड्यूटी छोड़ निजी नर्सिंग होम में ही मरीजों का उपचार करते हैं और मरीजों को भी निजी नर्सिंग होम में उपचार कराने के लिए दबाब डालते हैं, जिससे शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में दर्जनों क्लिनिक व निजी नर्सिंग होम खुल गए हैं और उनमें झोला छाप डॉक्टरों की भरमार हो गई है। इसी का नतीजा है कि बीते शुक्रवार की रात स्थानीय गांधी मैदान के मुख्य गेट के पास स्थित निजी नर्सिंग होम गणेश सेवा सदन में गया के बेलागंज थाना के कोरियावां निवासी योगेंद्र दास की पत्नी गुड़िया देवी की मौत हो गई थी।
इधर अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. हरिश्चंद्र हरि का आरोप था कि बीते दिनों एक निजी नर्सिंग होम में उपचार के दौरान हुई मरीज की मौत के विषय में उन्हें वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट भेजनी है। इसी की जांच के सिलसिले में वे सती स्थान स्थित एक निजी नर्सिंग होम के संचालक से मिलने आएं थे और वे उनका वहां इंतजार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वे कभी भी ड्यूटी के समय में वहां नहीं आते हैं। ड्यूटी आॅफ रहने पर ही आते हैं।

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